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एलईडी बल्ब बनाने और मरम्मत करने की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया

एलईडी बल्ब बनाने और मरम्मत करने की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया

पिंजौर , ( विपुल मंगला ) सेंट  विवेकानंद मिलेनियम स्कूल यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहा है कि उसने एनईपी 2020 के दिशानिर्देशों के तहत एलईडी बल्ब बनाने और मरम्मत करने पर दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह पहल स्कूल को उत्तरी क्षेत्र में ऐसा करने वाला पहला स्कूल बनाती है।
इस कार्यशाला का संचालन ब्रेन एक्सीलेंस लैब, रोहतक के सहयोग द्वारा किया गया। जिसमें  दीपक ठुकरैला और सुनील देशपाल जैसे विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को तार्किक सोच, समस्या समाधान, संज्ञानात्मक और व्यावहारिक कौशल से लैस करना था। जबकि साथ ही टीम वर्क और विचार-मंथन को भी प्रोत्साहित करना था। कार्यशाला ने इलेक्ट्रॉनिक्स और टिकाऊ प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हाथों-हाथ अनुभव प्रदान किया। जिसमें 8वीं और 9वीं कक्षा के 200 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
एनईपी 2020 व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के महत्व पर जोर देता है, और यह कार्यशाला उन उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में एक कदम था। विवेकानंद मिलेनियम स्कूल की पहल न केवल ई-वेस्ट को कम करने का लक्ष्य रखती है, बल्कि छात्रों को भविष्य के लिए तैयार भी करती है। यह प्रयास स्कूल के पाठ्यक्रम को अधिक कौशल-उन्मुख बनाने का प्रयास करता है। जिससे हमारे युवा मूल्यवान वैश्विक संसाधन बन सकें।
पहला दिन परिचय और एलईडी असेंबली : कार्यशाला के पहले दिन की शुरुआत एलईडी तकनीक के मूल सिद्धांतों, पारंपरिक प्रकाश समाधान पर इसके लाभ और ऊर्जा संरक्षण में इसकी भूमिका पर एक परिचयात्मक सत्र के साथ हुई। इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के विशेषज्ञों ने अंतर्दृष्टिपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। इसके बाद एक हाथों-हाथ सत्र हुआ जहां छात्रों ने स्क्रैच से एलईडी बल्ब बनाना सीखा।
दूसरा दिन उन्नत तकनीक और एलईडी मरम्मत : दूसरे दिन का ध्यान उन्नत तकनीकों और एलईडी बल्बों की मरम्मत पर था। छात्रों को आम समस्याओं का निवारण कैसे करें और दोषपूर्ण एलईडी बल्बों की मरम्मत कैसे करें, यह सिखाया गया। इंटरएक्टिव सत्रों में व्यावहारिक प्रदर्शनों को शामिल किया गया। जिससे छात्रों को वास्तविक समय में अपने ज्ञान को लागू करने का मौका मिला।
कार्यशाला बेहद सफल रही, जिसमें छात्रों ने एनईपी 2020 के व्यावसायिक प्रशिक्षण घटक के अनुरूप मूल्यवान कौशल प्राप्त किए। हाथों-हाथ अनुभव ने न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया। बल्कि टिकाऊ प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स में उनकी रुचि को भी प्रज्वलित किया।
विद्यालय के नवमी कक्षा के छात्र परमजोत ने अपना अनुभव सांझा करते हुए कहा कि कार्यशाला बेहद जानकारीपूर्ण और मजेदार थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं खुद से एक एलईडी बल्ब बना और मरम्मत कर सकता हूँ। कक्षा 8 वी की खुशी ने कहा, एक बल्ब बनाना और मरम्मत करना अद्भुत अनुभव था क्योंकि इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा।
प्रधानाचार्य डॉ. पियूष पुंज ने कहा, सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल भविष्य में और भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन करने की योजना बना रहा है। जिसमें व्यावसायिक कौशल और तकनीकी प्रशिक्षण की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया जाएगा। स्कूल समग्र शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। जो छात्रों के बौद्धिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास को पोषित करता है। हम एक विविध पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। जिसमें शैक्षणिक उत्कृष्टता, पाठ्येतर गतिविधियाँ और एनईपी 2020 के अनुरूप कौशल विकास कार्यक्रम शामिल हैं।

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