कालका , जून - ( विपुल मंगला ) उपायुक्त डा. यश गर्ग ने गांव गणेशपुर भोरियां निवासी लक्ष्मण दास की शिकायत पर पुलिस विभाग को कहा कि एसीपी के 133 सीआरपीसी के आदेशों को दो साल के बाद भी पुलिस लागू नहीं करवा रही। उन्होंने पुलिस को कहा कि कम से कम अपने अधिकारियों के आदेशों की पालना तो सुनिश्चित करो।
उपायुक्त डा. यश गर्ग लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित समाधान शिविर में आमजन की समस्याओं को सुन रहे थे। शिविर में 110 शिकायतों की सुनवाई करते हुए सम्बन्धित विभागों को जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए।
डा. यश गर्ग को गांव गणेशपुर भोरियां निवासी लक्ष्मण दास ने शिकायत में बताया कि गांव के एक व्यक्ति द्वारा गली में बनाए टुडी के टाल को हटवाने की शिकायत पर एसीपी ने मार्च 2022 में 133 सीआरपीसी के तहत फैसला सुनवाया था। तब से अब तक पुलिस थाना पिंजोर का स्टाफ आदेशों की पालना नहीं कर रहे हैं। मैं बार-बार चक्कर लगाकर थक चुका हूं। उपायुक्त ने पुलिस विभाग को शिकायत पर एसीपी के आदेशों की पालना करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने दीप मोहिन्द्र सिंह की शिकायत पर इंतकाल के रिकाॅर्ड की जांच करने के लिए सीईओ को नियुक्त किया। मोहिन्द्र सिंह ने बताया कि उनके इंतकाल रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ की गई है। इंतकाल रजिस्टर में दो लोगों के नाम को काटकर अन्य दो लोगों के नाम को लिखा गया है। इस मामले को लेकर तीन साल से चक्कर लगा रहे हैं उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
डा. यश गर्ग ने गांव वासुदेव पुरा निवासी भाग सिंह की शिकायत पर एसडीएम कालका को 10 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। भाग सिंह ने शिकायत में बताया कि अगस्त 1981 में अपने भाई के साथ मिलकर 12 बीघा जमीन खरीदी थी। उसके भाई ने उसके हिस्सा की 6 बीघा जमीन बेच दी। उन्होंने बताया कि 1981 से 1996 तक 6 बीघा जमीन उसके नाम चली आ रही थी लेकिन 1996 के बाद रिकार्ड गायब हो गया। इस मामले में कोई भी अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। जमीन की रजिस्ट्री और इंतकाल की काॅपी हमारे पास है।
उपायुक्त ने राजीव काॅलोनी निवासी शांति देवी की शिकायत पर परिवार पहचान पत्र में तीन सदस्यों का व्यवसाय ठीक करने के निर्देश दिए। शांति देवी ने शिकायत में बताया कि उसके परिवार के तीन सदस्यों को सरकारी नौकरी पर दिखाया गया है, जबकि परिवार से सरकारी नौकरी तो दूर कोई प्राइवेट नौकरी पर भी नहीं है।
डा. यश गर्ग को ग्राम पंचायत भोज राजपुरा ने शिकायत में बताया कि गांव में लगे बिजली के पोल टूटे हुए हैं, जिन्हें बदला जाए। कई हैंडपम्प खराब पड़े हुए है जिस कारण से गांव में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। उन्होंने बरसात से पहले टूटी ही पुलियाओं के निर्माण करवाने की भी गुहार लगाई।
उपायुक्त ने राजीव काॅलोनी निवासी सनदेवी की शिकायत पर बिजली विभाग को बिजली का बिल ठीक करने के लिए निर्देश दिए। सनदेवी ने शिकायत में बताया कि उसके घर पर एक पंखा ही चलता है और विभाग ने 4 महीने का बिजली बिल 25 हजार रूपये भेज दिया, जोकि गलत आया हुआ है।
डा. यश गर्ग को बीड़ घग्गर निवासी किशोर कुमार ने बताया कि पार्षद ने घर के सामने ज्यादा बड़ा ब्रेकर बनाया हुआ है जिस वजह से बरसाती पानी वहां पर रूक जाता है और आसपास के घरों में चला जाता है। ब्रेकर होने से पहले वहां पर किसी को भी कोई दिक्कत नहीं थी। पानी इकटठा होने की बजाए बहता रहता था। उपायुक्त ने इस मामले की जांच करने के लिए निर्देश दिए।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, जिला परिषद के सीईओ गगनदीप सिंह, एसडीएम गौरव चैहान, नगराधीश मन्नत राणा, रोडवेज महाप्रबन्धक अशोक कौशिक, डीडीपीओ राजन सिंगला समेत अधिकारीगण मौजूद रहे।
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