मै मर रहा हूं मुझे बचा लो, एक पेड़ की गुहार ।
क्या पंचकूला प्रशासन सुनेगा उसकी पुकार।
पंचकूला, अक्टूबर : - जननायक जनता पार्टी पंचकूला के पूर्व जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने आज एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए प्रशासन व शहर के आम नागरिकों का ध्यान एक अनोखे तरीके से खींचने का प्रयास किया है। जजपा नेता सिहाग ने एक पेड़ के माध्यम से जिला प्रशासन से एक बहुत ही मार्मिक अपील की है। सिहाग ने कहा कि सेक्टर 4 व 12 के डिवाइडिग रोड पर एक पेड़ ने जिला प्रशासन से एक गुहार लगाते हुए कहा कि वो मर रहा है उसे बचा लो । पेड़ ने कहा कि मुझे वर्षो पहले प्रशासन के ही अधिकारियों ने बड़े ही चाव से लगाया था ।मैं समय के साथ बड़ा होता गया, राहगीरों को छाया देने लगा ,शहर को सुन्दर एवं हरा भरा बनाने में मदद की तथा जीवन के लिए उपयोगी सेंकड़ों टन ऑक्सीजन भी दी।
पेड़ ने आगे बड़े ही दयनीय अंदाज में बताया कि पिछले कुछ सालों से एक बहुत ही बेरहम खतरनाक हत्यारिन मुझे जकड़ कर हर रोज तिल तिल मार रही है। उसने मुझे व मुझ जैसे सेंकड़ों पेड़ों को मौत के शिकंजे में ले रखा है। अगर समय रहते प्रशासन या शहर के लोगों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो हमारी सबकी मृत्यु निश्चित है। उस हत्यारिन का नाम है "अमरबेल" जो एक होता तो पौधा ही है पर उसकी कोई जड़ नहीं होती, वो दूसरे पेड़ पौधो से लिपट कर उनका रस पीती है तथा आगे फैलती जाती है। धीरे-धीरे उस पेड़ को सूखा देती है तथा इस प्रकार उस पेड़ की मौत का कारण बनती है।
जजपा नेता ओ पी सिहाग ने कहा कि पिछले काफी सालों से पंचकूला में अमरबेल ने सडकों के किनारे खड़े बड़े बड़े पेड़ों को लील लिया है तथा अब भी शहर के मुख्य डिवाइडिग रोङो पर सेंकड़ों पेड़ों को इस बेल ने अपनी गिरफ्त में ले रखा है तथा रोज उनको शनैः शनैः मार रही है। जजपा नेता सिहाग ने पंचकूला के प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया है कि एक स्पेशल अभियान चलाकर या किसी प्राइवेट एजेंसी को ठेका देकर पेड़ों को मार रही इस अति खतरनाक अमरबेल को पेड़ों से उतारकर उसको नष्ट किया जाए । उन्होंने कहा कि प्रशासन हर साल लाखों रुपये खर्च करके सेंकड़ों नए पेड़ पौधे लगाता है अगर इसी तरह ये अमरबेल पेड़ पौधों को मारती रही तो नए पेड़ पौधे लगाने का क्या फायदा।
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